पतंजलि विश्वविद्यालय में मनाया गया राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस
पर्यावरण संरक्षण” विषय पर स्वयंसेवकों द्वारा जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया

हरिद्वार। पतंजलि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) दिवस बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ ध्वजारोहण और विश्वविद्यालय कुलगीत के साथ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो. मयंक कुमार अग्रवाल ने की तथा उन्होंने स्वयंसेवकों को समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण और नैतिक मूल्यों के पालन हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। “पर्यावरण संरक्षण” विषय पर स्वयंसेवकों द्वारा जनजागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली विश्वविद्यालय परिसर से प्रारंभ होकर हरिद्वार के बहादरपुर सैनी ग्राम तक निकाली गई। स्वयंसेवकों ने हाथों में बैनर और स्लोगन लेकर पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, वृक्षारोपण तथा प्रदूषण नियंत्रण का संदेश दिया। ग्रामीणों ने भी उत्साहपूर्वक रैली का स्वागत किया।
प्रति-कुलपति प्रो. मयंक कुमार अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए पर्यावरण संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। स्वच्छ और हरित पर्यावरण से ही मानव जीवन स्वस्थ, संतुलित और सुरक्षित रह सकता है। प्रकृति की सुरक्षा ही हमारे जीवन की सुरक्षा है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
इस अवसर पर योग तथा मानविकी एवं प्राच्य विद्या संकाय की संकायाध्यक्ष प्रो. साध्वी देवप्रिया ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना युवाओं में न केवल सेवा भावना को विकसित करती है बल्कि उन्हें सामाजिक उत्तरदायित्व के लिए भी तैयार करती है। स्वयंसेवकों को अपने व्यवहार और कार्यों से समाज के सामने प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्र यदि अपने जीवन में अनुशासन और समर्पण अपनाते हैं, तो वे राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वैशाली गौड़ ने कहा कि एनएसएस स्वयंसेवकों को समाज के प्रति उत्तरदायी बनना चाहिए। उन्हें अपने दैनिक जीवन और सामाजिक व्यवहार में अनुशासन, सेवा भाव तथा आत्मनियंत्रण अपनाना चाहिए। स्वयंसेवक देश के भविष्य निर्माता हैं, अतः उन्हें अपने आचरण से समाज में उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों एवं अध्यापकों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और स्वयंसेवकों के कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम में सभी संकायों के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के सफल संचालन में स्वयंसेवक आहना, हर्षित, महीमा, केशव, रवि, विश्वास तथा अन्य स्वयंसेवकों का विशेष योगदान रहा। सभी ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाया।